Browser in Hindi
विषय-सूची
What is Browser In Hindi
ब्राउज़र क्या है?
Browser एक एप्लिकेशन प्रोग्राम है जो WWW (World Wide Web) की सभी इनफॉर्मेशन को देखने और उनके साथ इंटरैक्ट करने का एक तरीका प्रोवाइड करता है।
लगता है “ब्राउज़र” शब्द, वेब से पहले यूसर इंटरफेस के लिए एक सामान्य शब्द के रूप में उत्पन्न हुआ, जो आपको ऑनलाइन ब्राउज़ करने के लिए (नेविगेट और रिड) टेक्स्ट फ़ाइलें प्रोवाइड करता है।
Meaning of Browser in Hindi
ब्राउज़र का अर्थ:
वेब ब्राउजर किसी सर्वर से बात करता हैं और उन वेब पेजेस कि मांग करता है जिन्हें आप देखना चाहते हैं।
आप ब्राउज़र को इंटरनेट के प्रवेश द्वार के रूप में सोच सकते हैं।
What is Browser in Hindi
तकनीकी रूप से, वेब ब्राउज़र एक क्लाइंट प्रोग्राम है जो ब्राउज़र के यूजर्स की तरफ से पूरे इंटरनेट में वेब सर्वर से रिक्वेस्ट करने के लिए HTTP (Hypertext Transfer Protocol) का उपयोग करता है।
अधिकांश ब्राउज़र ई-मेल और File Transfer Protocol (FTP) को सपोर्ट करते हैं, लेकिन इन इंटरनेट प्रोटोकॉल कि वेब ब्राउज़र को आवश्यकता नहीं है और विशिष्ट क्लाइंट प्रोग्राम अधिक पॉपुलर हैं।
History of Browser in Hindi
ब्राउज़र का इतिहास
1990 में सर टिम बर्नर्स-ली द्वारा पहला वेब ब्राउज़र का आविष्कार किया गया था। बर्नर्स-ली World Wide Web Consortium (W3C), डाइरेक्टर थें, जो वेब के निरंतर डेवलपमेंट की देखरेख करते थें, और वे World Wide Web फाउंडेशन के संस्थापक भी हैं।
उनके ब्राउज़र को WorldWideWeb कहा जाता था और बाद में उसका नाम बदलकर Nexus रखा गया, ताकि डेवलपींग इनफॉर्मेशन स्पेस जिसे World Wide Web कहां जाता हैं के साथ कन्फ्यूश़न न हों।
1993 में, मार्क एंड्रेसन द्वारा “दुनिया का पहला लोकप्रिय ब्राउजर” Mosaic की खोज के साथ ब्राउजर सॉफ़्टवेयर को आगे बढ़ने का मौका मिला, जिसने वर्ल्ड वाइड वेब सिस्टम का उपयोग करना आसान बना दिया और कॉमन यूजर्स के लिए इसका एक्सेस आसान बन गया।
यह ग्राफिकल यूजर इंटरफेस वाला पहला वेब ब्राउज़र था। Mosaic से कई यूजर इंटरफेस फीचर्स Netscape Navigator में आएं।
एंड्रीसेन के ब्राउज़र ने 1990 के दशक की इंटरनेट उछाल को तेज कर दिया। 1993 में Mosaic की शुरूआत हुई जो पहले ग्राफ़िकल वेब ब्राउज़र में से एक था और जिससे वेब उपयोग बहुत बढ़ गया।
National Center for Supercomputing Applications (NCSA) में Mosaic टीम के लिडर एंड्रीसेन ने जल्द ही Netscape नाम कि अपनी ही कंपनी शुरू कर दी और 1994 में Mosaic से प्रभावित Netscape Navigator को जारी किया, जो जल्द ही दुनिया का सबसे लोकप्रिय ब्राउज़र बन गया, और उस समय 90% यूजर्स इसका इस्तेमाल करते थे जब यह ब्राउज़र अपनी लोकप्रियता के शिखर पर था।
1995 में माइक्रोसॉफ्ट ने अपने Internet Explorer को लॉन्च किया, जो Mosaic से काफी प्रभावित था, और इसने इस इंडस्ट्री के पहले ब्राउज़र युद्ध की शुरुआत की।
विंडोज के साथ इन-बिल्ड आने वाले इस Internet Explorer ब्राउज़र ने बाजार में प्रभुत्व हासिल किया; 2002 तक इंटरनेट एक्सप्लोरर का उपयोग शेयर 95% से अधिक हो गया था।
ओपेरा 1996 में शुरू हुआ; लेकिन ज्यादातर यूजर्स ने इसे स्विकार नहीं किया और नेट ऐप्लीकेशन के अनुसार फरवरी 2012 तक इसका मार्केट शेयर केवल 2% से कम रहा।
1998 में, नेटस्केप ने ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर मॉडल का प्रयोग करके प्रतिस्पर्धी ब्राउज़र का उत्पादन करने के प्रयास में Mozilla फाउंडेशन का निर्माण किया। उस ब्राउज़र को अंततः Firefox के नाम से डेवलप किया गया, जो बहुत पॉपुलर हुआ।
Firefox के सभी वर्जन का मार्केट शेयर 2004 के अंत में 7% तक था, जो बढ़कर अगस्त 2011 तक, 28% हो गया।
ऐप्पल का Safari ने अपना पहला बीटा जनवरी 2003 में रिलीज किया। अप्रैल 2011 तक, यह ऐप्पल-बेस वेब ब्राउज़िंग का एक प्रमुख हिस्सा था, और पूरे ब्राउज़र मार्केट का 7% से अधिक हिस्सा Safari का था।
ब्राउजर बाजार में सबसे मुख्य प्रवेश Chrome का है, जिसे पहली बार सितंबर 2008 में रिलीज़ किया गया। Chrome कि पॉपुलैरिटी में हर साल में काफी बढ़ती हुई, और अगस्त 2011 तक इसका मार्केट शेयर 8% से 16% बढ़ गया। इसने Internet Explorer को मात दि और Internet Explorer का मार्केट शेयर महीने दर महीने में घटता गया।
Function of Browser in Hindi
ब्राउज़र का मुख्य कार्य आपके द्वारा चुने गए वेब रिसोर्सेस को प्रेजेंट करने के लिए, सर्वर से रिक्वेस्ट करना और ब्राउज़र विंडो में डिस्प्ले करना हैं।
रिसोर्सेस आमतौर पर एक HTML डयॉक्यूमेंट होते है, लेकिन यह एक PDF, इमेज या किसी अन्य प्रकार के कंटेंट भी हो सकते है।
रिसोर्सेस का लोकेशन URI (Uniform Resource Identifier) का उपयोग कर यूजर्स द्वारा स्पेसिफाई किया जाता हैं।
जिस तरह से ब्राउज़र HTML फ़ाइलों का अर्थ लगता और दिखाता है, वह HTML और CSS स्पेसिफिकेशन्स में स्पेसिफाइ होता है। इन स्पेसिफिकेशन्स को W3C (World Wide Web Consortium) आर्गेनाइजेशन द्वारा मेंटेन किया जाता है, जो वेब के लिए स्टैंडर्ड आर्गेनाइजेशन है।
लगभग सभी ब्राउज़र का यूजर इंटरफेस एक जैसा ही है। इनमें निम्न कॉमन एलिमेंटस् हैं:
Address bar – URL एंटर करने के लिए।
Back और forward बटन।
Bookmark ऑप्शन।
Refresh और stop बटन।
Home बटन आपको अपने होम पेज पर ले जाता है।
The Browser’s High Level Structure in Hindi
ब्राउज़र का मुख्य फंक्शन सर्वर से फाइलें लाने और स्क्रीन पर डिस्प्ले करना है। यह मूल रूप से HTML फाइले डिस्प्ले करता है, जिनमें PDF, वीडियो, फ्लैश आदि शामिल होते हैं।
ब्राउज़र स्ट्रक्चर्ड कोड का एक ग्रुप होता है जो स्क्रीन पर वेबपेज डिस्प्ले करने के लिए बहुत सारे टास्क को करता है। ये कोड विभिन्न टास्क में अलग-अलग कंपोनेंट में अलग किए गए हैं। ब्राउज़र का स्ट्रक्चर नीचे दि गई इमेज में दिखाई देता है।
i) यूजर इंटरफेस:
यूजर इंटरफेस वह जगह है जहां यूजर ब्राउज़र के साथ इंटरैक्ट करता है। इसमें एड्रेस बार, बैक और नेक्स्ट बटन, होम बटन, रिफ्रेश और स्टॉप, बुकमार्क्स ऑप्शन इत्यादि शामिल हैं।
जिसमें वेब पेजेस दिखाई देते हैं वह छोडकर, हर पार्ट इसके अंतर्गत आता है।
ii) ब्राउज़र इंजन:
ब्राउज़र इंजिन यूजर इंटरफ़ेस और रेंडरिंग इंजन के बीच पुल के रूप में कार्य करता है। विभिन्न यूजर इंटरफेस के इनपुट के अनुसार, यह रेंडरिंग इंजन को क्वेरी भेजता हैं और उसका उपयोग करता है।
iii) रेंडरिंग इंजन:
रेंडरिंग इंजन, जैसा कि नाम से पता चलता है, ब्राउज़र स्क्रीन पर रिक्वेस्ट किए गए वेब पेज को प्रेजेंट करने के लिए ज़िम्मेदार है।
रेंडरिंग इंजन HTML, XML डयॉक्यूमेंट और इमेजेस का अर्थ लगाता है, जो CSS का उपयोग करते हुए फॉर्मेट होते हैं और जो यूजर इंटरफ़ेस में दिखाया गया लेआउट जनरेट करता है।
हालांकि, प्लगइन्स या एक्सटेंशन का उपयोग करते हुए, यह अन्य प्रकार के डेटा को भी डिस्प्ले कर सकता है।
अलग अलग ब्राउज़र विभिन्न रेंडरिंग इंजन का इस्तेमाल करते हैं:
Internet Explorer: Trident
Firefox & other Mozilla browsers: Gecko
Chrome & Opera 15+: Blink
Chrome (iPhone) & Safari: Webkit
iv) नेटवर्किंग:
ब्राउज़र का कॉम्पोनेन्ट, जो HTTP या FTP के कॉमन इंटरनेट प्रोटोकॉल का उपयोग करके URL को रिट्रिव करता है।
नेटवर्किंग कॉम्पोनेन्ट कम्युनिकेशन और सेक्युरिटी के सभी पहलुओं को हैंडल करता है।
नेटवर्क कॉम्पोनेन्ट, रिट्रीव डयॉक्यूमेंट के कैश को लागू कर सकता हैं, ताकि नेटवर्क ट्रैफिक को कम किया जा सके।
v) जावास्क्रिप्ट इंटरप्रेटर:
यह ब्राउज़र का कॉम्पोनेन्ट है जो एक वेबसाइट में एम्बेडेड जावास्क्रिप्ट कोड का अर्थ लगाता है और एक्सेक्युट करता है।
इंटरप्रेटेड रिजल्ट को डिस्प्ले के लिए रेंडरिंग इंजन को भेजा जाता है। यदि स्क्रिप्ट एक्सटर्नल है तो पहला रिसोर्स नेटवर्क से प्राप्त किया जाता है।
vi) UI बैकएंड:
यूआई बैकएंड को कॉम्बो बॉक्स और विंडोज जैसे बेसिक विजेट्स के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह बैकेंड एक सामान्य इंटरफ़ेस का खुलासा करता है जो प्लेटफ़ॉर्म स्पेसिफिक नहीं है।
vii) डेटा पर्सिस्टेंस/ स्टोरेज:
यह एक पर्सिस्टेंस लेयर है। ब्राउजर सपोर्ट स्टोरेज मैकनिज़म जैसे लोकल स्टोरेज, इंडेक्सेड डीबी, वेब एसक्यूएल और फाइलसिस्टम को सपोर्ट करता है। यह उस कंप्यूटर का लोकल ड्राइव पर बनाया गया एक छोटा डेटाबेस है जहां ब्राउज़र इंस्टॉल किया जाता है।
यह कैश, कुकीज़, बुकमार्क और प्रैफरेंसेज जैसे यूजर्स डेटा को मैनेज करता है।
How Browsers work in Hindi?
ब्राउज़र कैसे काम करते हैं?
वर्ल्ड वाइड वेब क्लाइंट-सर्वर मॉडल पर काम करता है। यूजर्स का कंप्यूटर एक क्लाइंट के रूप में काम करता है जो Server से डेटा प्राप्त और भेज सकता है।
जब किसी यूजर्स द्वारा एक वेब पेज को रिक्वेस्ट किया जाता है, तो ब्राउज़र रिक्वेस्टेड सर्वर से संपर्क करता है (जहां वेबसाइट को स्टोर किया जाता है) और रिक्वेस्टेड फाइलों को लाकर और उनकी व्याख्या करके, यह कंप्यूटर स्क्रीन पर वेब पेज डिस्प्ले करता है।
यद्यपि ब्राउज़र का काम करना उतना सरल नहीं है जितना लगता है, क्योंकि स्क्रीन पर एक वेबपेज दिखाई देने से पहले बहुत से इंटरनल टास्क किए जाते है। पूरी प्रोसेस इन तीन स्टेप में होती है:
i) Contact to DNS Server –
जब कोई यूजर्स एड्रेस बार में एक URL एंटर करता है, तो पहले ब्राउज़र DNS सर्वर को कॉन्टैंक्ट करता हैं। DNS सर्वर संगत डोमेन नेम से जुड़े सर्वर के IP एड्रेस को स्टोर करता है। DNS सर्वर ब्राउज़र से डोमेन नेम लेता है और ब्राउज़र को संबंधित IP एड्रेस देता है।
ii) Contact to Server-
रिक्वेस्टेड वेबपेजेस के लिए सर्वर का IP एड्रेस प्राप्त करने के बाद, ब्राउज़र डिज़ायर्ड फाइलों के लिए उस सर्वर से रिक्वेस्ट भेजता है। उदाहरण के लिए निम्न URL पर विचार करें:
यह यूआरएल तीन भागों में बांटा गया है। पहला एक HTTP है – यह हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल नाम का एक प्रोटोकॉल है जो ब्राउज़र के साथ सर्वर के साथ कम्युनिकटस करता है।
दूसरा पार्ट www हैं जिसे Word Wide Web कहां जाता हैं।
तीसरा पार्ट itkhoj.com है। जिसे DNS सर्वर द्वारा IP एड्रेस के साथ ट्रांसलेट किया जाता है। यह एक कंप्यूटर (वेब सर्वर) का एड्रेस है जहां रिक्वेस्ट किए गए वेब पेज स्टोर होते है।
Types of Web Browsers in Hindi
वेब ब्राउज़र्स के टाइप:
वेब ब्राउज़र कई अलग-अलग फ्लेवर में आते हैं, इनमें से प्रत्येक कि अपनी खुद कि विषेताएं हैं। सभी सबसे प्रसिद्ध ब्राउज़र निशुल्क हैं, और प्राइवेसी, सेक्युरिटी, इंटरफ़ेस, शॉर्टकट्स और अन्य वैरिएबल को कंट्रोल करने वाले प्रत्येक ऑप्शन का अपना विशेष सेट है।
किसी भी यूजर्स का किसी भी ब्राउज़र का उपयोग करने कि वजह एक ही हैं: इंटरनेट के वेब पेजेस को देखना।
आपने शायद इन सबसे लोकप्रिय वेब ब्राउज़र के बारे में सुना है:
Google Chrome
Mozilla Firefox
Internet Explorer
Microsoft Edge
Opera
इनके अलावा कई अन्य वेब ब्राउज़र भी उपलब्ध हैं, जिनकी अपनी अलग स्टाइल हैं।
Vivaldi
Brave
Which Browser should I Use?
मुझे कौन से ब्राउज़र का उपयोग करना चाहिए?
मान लिजिए, आपको अपने फेवरेट हॉटेल में जाना हैं, तो आप कैसे जाएंगे? शायद आप अपनी बाइक से जाएंगे क्योकि उससे जल्दी पहूंच सकते हैं या आप अपनी कार से जाएंगे क्योकि यह सुविधाजनक है, या फिर आप टैक्सी या पब्लीक ट्रांसपोर्ट से भी जाना चाहेंगे।
बस इसी तरह ही आपको कौनसा ब्राउज़र इस्तेमाल करना चाहिए यह आपकी पसंद और जरूरत पर निर्भर करता हैं।
इन इंटरनेट ब्राउज़रों में से प्रत्येक के फायदे और नुकसान हैं। आज क्रोम और फ़ायरफ़ॉक्स लाखों लोगों द्वारा उपयोग किए जाने वाले फास्ट और पावरफुल वेब ब्राउज़र हैं।
मैं अपना ब्राउज़र कहां डाउनलोड कर सकता हूं?
निचें पॉप्यूलर ब्राउज़र डाउनलोड करने के लिए लिंक दि गई हैं, जहां से आप अपने ब्राउज़र को डाउनलोड कर इंस्टॉल कर सकते हैं-
Google Chrome – https://www.google.com/chrome
Mozilla Firefox – https://www.mozilla.com/firefox
Opera – https://www.opera.com
Apple Safari – https://www.apple.com/safari
मैं कौन से ब्राउज़र का उपयोग कर रहा हूं और क्या यह इसका अपडेटेड वर्जन है?
इन दोनो सवालों का एक ही जवाब हैं।
What Browser आपको बताता है कि आप कौन सा वेब ब्राउज़र का उपयोग कर रहे हैं और आपके ब्राउज़र का वर्जन अपडेटेड है या नहीं।
क्या आपको पता हैं?
Origgon भारत का अपना और दुनिया का पहला सोशल सर्च इंजन है। ओरिजिन 15 वर्षीय लड़के द्वारा बनाया गया है और जब वह 12 साल का था, तो उन्होंने इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। ऑरिगॉन में वेब होस्टिंग प्लेटफ़ॉर्म भी है और वे कई अलग-अलग सॉफ़्टवेयर भी बनाते हैं।
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